
तालिका 3.4ः भारतीय रिशवर् बैंक के तुलन पत्रा में खुली बाशार खरीद के प्रभाव परिसंपिायाँ ;स्रोतद्ध - रु॰ देयता ;प्रयोगद्ध - रु॰ अन्य सभी परिसंपिायाँ 0 सरकारी प्रतिभूतियाँ $100 करेंसी भारतीय रिशवर् बैंक में व्यावसायिक बैंकों का जमा 0 $100 मौदि्रक आधर ;स्रोतद्ध $100 मौदि्रक आधर ;प्रयोगद्ध $100 समष्िट अथर्शास्त्रा एक परिचय पूतिर् 100 रु॰ बढ़ गइर्। यदि भारतीय रिशवर् बैंक शक्ितशाली मुद्रा की पूतिर् में कटौती करना चाहता है, तो उसे अपने पास की सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री खुले बाशार में करनी होगी ताकि उसके विपरीत उसका मौदि्रक आधार कम हो। बैंक दर नीतिः जैसाकि पूवोर्लिख्िात है कि भारतीय रिशवर् बैंक, व्यावसायिक बैंकों की आरक्ष्िात जमा को बैंक दर के मूल्य में समंजन करके प्रभावित कर सकता है। बैंक दर ब्याज की दर है जो व्यावसायिक बैंक भारतीय रिशवर् बैंक को आरक्ष्िात नििा की कमी की स्िथति में रिशवर् बैंक से प्राप्त )ण पर ब्याज अदा करता है। निम्न ;अथवा ऊँचीद्ध बैंक दर बैंकों को अपनी जमा का अपेक्षावृफत अल्प अनुपात आरक्ष्िात नििा के रूप में रखने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि भारतीय रिशवर् बैंक से उधार लेना अब पहले की अपेक्षा अिाक महँगा होगा। पफलतः बैंक अपने संसाधनों का अपेक्षावृफत बड़ा अनुपात )ण ग्रहणकतार्ओं अथवा निवेशकों को कशर् प्रदान करने के लिए उपयोग करेगा और उससे गौण मुद्रा सृजन की सहायता ;या प्रतिरोधद्ध के माध्यम से गुणक प्रक्रम में वृि ;कमीद्ध होगी। संक्षेप में, निम्न ;अथवा उच्चद्ध बैंक दर से आरक्ष्िात जमा अनुपात में कटौती ;अथवा वृिद्ध होती है और इससे मुद्रा गुणक के मूल्य में वृि ;अथवा कमीद्ध होती है, जो ;1 ़ बकतद्धध्;बकत ़ तकतद्ध है। अतः उच्च शक्ितशाली मुद्रा की दी हुइर् मात्रा भ् के लिए वुफल मुद्रा पूतिर् में वृि होगी। आरक्ष्िात आवश्यकताओं में अंतर करकेः नकद आरक्ष्िात अनुपात और वैधानिक तरलता अनुपात का कायर् आरक्ष्िात जमा अनुपात के मागर् से होता है। नकद आरक्ष्िात अनुपात और वैधानिक तरलता अनुपात के उच्च और निम्न मूल्य से आरक्ष्िात जमा अनुपात के मूल्य में ;वृिद्ध अथवा ;कमीद्ध करने में मदद मिलती है। इस प्रकार, अथर्व्यवस्था में एक समान रीति से मुद्रा गुणक और मुद्रा की पूतिर् के मूल्य में कमी या वृि होती है। भारतीय रिशवर् बैंक द्वारा स्िथरीकरणः भारतीय रिशवर् बैंक प्रायः अथर्व्यवस्था में बाहरी आघातों से मुद्रा के स्टाॅक स्िथरीकरण करने के लिए मुद्रा सृजन करने में अपने उपकरणों का उपयोग करता है। मान लीजिए कि भविष्य में विकास की आशा से पूरे संसार के भारतीय निवेशक भारतीय बंधपत्रों में अपने निवेश में वृि करते हैं, जो इन परिस्िथतियों में लगभग प्रतिपफल की ऊँची दर देने वाला है। वे विदेशी करेंसी से इन बंधपत्रों का क्रय करेंगे। चूँकि कोइर् घरेलू बाशार में विदेशी करेंसी से वस्तुएँ नहीं खरीद सकता, इसलिए जो व्यक्ित या वित्तीय संस्था इन बंधपत्रों को विदेशी निवेशकों को बेचते हैं वे अपने विदेशी करेंसी की धारिता का व्यावसायिक बैंक में रु॰ में विनिमय करते हैं। बैंक इस विदेशी करेंसी को भारतीय रिशवर् बैंक में प्रस्तुत करते हैं। इस पूरे संव्यवहार में किस प्रकार का समंजन होता है? व्यावसायिक बैंकों की वुफल आरक्ष्िात नििा और जमा अपरिवतिर्त रहती है ;वह अपने कोष्ठ नकदी का उपयोग करके विव्रेफता से विदेशी करेंसी खरीदता है, जिससे कोष्ठ नकदी घट जाती है। लेकिन भारतीय रिशवर् बैंक में बैंक की जमा एक समतुल्य मात्रा, इसके वुफल आरक्ष्िात नििा को छोड़कर, में बढ़ोतरी होती हैद्ध। ¯कतु, परिसंपिायों और भारतीय रिशवर् बैंक के तुलन पत्रा में दायित्वों में वृि होगी। भारतीय रिशवर् एक समयावध्ि में मौदि्रक आधर के घटकों में परिवतर्न के ड्डोत मुद्रा स्टाॅक के घटक तालिका 3.6ः मौदि्रक आधर में बदलाव के ड्डोत वषर् मुद्रा परिचलन में बैंक के पास पूँजी जनता के पास पूँजी भारतीय रिजवर् बैंकके पास अन्य जमा भारतीय रिजवर् बैंक के पास अन्य बैंक का खाता 2001 - 02 250974 10179 240794 2850 84147 2004 - 05 368661 12347 356314 6478 113996 2005 - 06 429578 17454 412124 6869 135511 2006 - 07 504099 21244 482854 7469 197295 2007 - 08 590801 22390 568410 9054 328447 2008 - 09 691153 25703 665450 5570 291275 2009 - 10 799549 32056 767493 3839 352299 2010 - 11 949659 35463 914197 3713 423509 2011 - 12 106230 44580 10222650 2822 356291 2012 - 13 1190975 46233 1144743 3240 320671 2013 - 14 1301071 52727 1248344 1965 429703 स्रोत: हैंडबुक आॅपफ स्टेटिसटिक्स आॅन इंडियन इकोनाॅमी समष्िट अथर्शास्त्रा एक परिचय