
़़ देखाμजब अम्मी बेली हुइर् पूरी गमर् तेल में छोड़ती, तो पहले पूरी तेल में डूब जाती। जैसेμजैसे पूरी पूफलती जाती, वैसे - वैसे उफपर आती जाती और तेल पर तैरने लगती। एक पूरी पूफली नहीं और वह तैरी भी नहीं। यह देखकर उसने गूँध्े हुए आटे की एक गोली बनाइर् और चपटी कर ली। उसने इस चपटे गोले को पानी से भरे बतर्न में डाला। पर यह क्या! वह तो डूब गइर्। सोचो और अंदाशा लगाओ ऽ अगर आइर्शा पूफली हुइर् पूरी, पानी - से भरे बतर्न में रखती तो वह तैरती या डूबती? ऽ स्टील की प्लेट पानी में तैरेगी या डूबेगी? और चम्मच? ऽ प्लास्िटक का ढक्कन डूबेगा या तैरेगा? शाम को जब आइर्शा नहाकर आइर् तो माँ ने कहा, फ्आइर्शा, आज पिफर तुमने साबुन पानी में गिरा दिया। पहले उसे निकालकर उफपर रखो।य् साबुन रखने की जल्दी में साबुनदानी आइर्शा के हाथ से छूट गइर् और पानी में तैरने लगी। आइर्शा ने बहुत ध्ीरे - से साबुन की टिकिया साबुनदानी में रखी। पर साबुन की टिकिया रखने पर भी साबुनदानी पानी में तैरती रही! आइर्शा की तरह तुमने भी कभी देखा होगा कि वुफछ चीशें पानी में डूब जाती हैं, जबकि वुफछ चीशें पानी में तैरती रहती हैं। देखो, यह कविता भी वुफछ ऐसे ही सवाल उठा रही है। करके देखो कक्षा में चार - पाँच दोस्तों के समूह बनाकर यह प्रयोग करो। तुम्हें चाहिए पानी से भरा एक बड़ा बतर्न और तालिका में लिखी चीशें। अब पानी से भरे बतर्न में ये चीशें एक - एक करके डालो और देखो क्या होता है? पानी के प्रयोग 61 तैरती चीश के लिए यह निशान लगाओ ;✓द्ध और डूबती के लिए ;✕द्ध पानी में डाली चीश मुझे पहले लगता था प्रयोग किया तो पाया ऽ ;कद्ध खाली कटोरी ;खद्ध कटोरी में एक - एक करके छह - सात कंकड़ डालने पर ऽ लोहे की कील या पिन ऽ माचिस की तीली ऽ ;कद्ध प्लास्िटक की खाली बंद बोतल ;खद्ध पानी से आध्ी भरी बोतल ;गद्ध पानी से पूरी भरी बोतल ऽ दवाइर् की पन्नी ;एल्यूमीनियम कीद्ध ;कद्ध पैफली हुइर् ;खद्ध मोड़कर गोली - सी बनाकर ;गद्ध कटोरी - सी बनाकर ऽ ;कद्ध साबुन की टिकिया ;खद्ध साबुन की टिकिया प्लास्िटक की प्लेट पर रखकर ऽ बप़् ार्फ का टुकड़ा अपने साथी के समूह से भी पता करोμक्या तैरा, क्या डूबा? लिखकर पूरा करोμ 1.लोहे की कील पानी में गइर्, जबकि कटोरी मुझे लगता है, यह इसलिए हुआ होगा, क्योंकि । 2.प्लास्िटक की खाली बोतल तो पानी में बोतल इसलिए होगी, क्योंकि । पानी से पूरी भरी 3.दवाइर् की पन्नी जब पैफली हुइर् थी, तब । खूब दबाकर गोली जैसी बनाने पर । यह इसलिए हुआ होगा, क्योंकि 62 आस - पास यह जादू तो नहीं! आइर्शा सुबह उठी तो पता चला कि अम्मी को बुखार है। पापा ने अम्मी के लिए चाय बनाइर् और दवाइर् ख्िालाने लगे। उन्होंने आइर्शा से कहा, फ्अंडे उबलने के लिए रख दो। हाँ, पानी में थोड़ा नमक डाल देना।य् आइर्शा ने बतर्न में पानी डालकर नमक डाला, तो वुफछ श्यादा ही गिर गया। तब उसने देखा कि बतर्न की तली पर बैठे अंडे अब थोड़ा उफपर पानी में तैरने लगे। ऽ एक गिलास या किसी बतर्न में पानी लो। उसमें एक साबूत नींबू डालो। आधा - आध चम्मच करके उसमें नमक डालो। क्या नींबू को पानी में तैरा पाए? ऽ तुम्हें क्या लगता है? नमक डालने पर नींबू तैरा होगा, क्योंकि.. मृत सागर वैसे तो सभी सागरों के पानी में नमक होता है, लेकिन मृत सागर दुनिया का सबसे नमकीन सागर है। इतना नमकीन कि लगभग एक लीटर पानी में 300 ग्राम नमक! क्या इतना नमकीन पानी चख भी पाओगे? बहुत ही कड़वा लगेगा! सबसे मशे की बात तो यह है कि मृत सागर में हम ऐसे तैर सकते हैं, जैसे आराम से लेटे हों। याद है नींबू को तुमने नमक के पानी में तैराया था। क्या घुला, क्या नहीं? आइर्शा का चचेरा भाइर् हामिद उसके साथ खेलने आया। उसने आते ही शक्करपारे की पफरमाइश की। अम्मी ने कहा, फ्मैं पहले बाशार हो आउँफ। आकर शक्करपारे बना दूँगी।़तब तक एक बतर्न में दो गिलास पानी लेकर उसमें एक कटोरी शक्कर घोलकर रखो।य् हामिद ने सोचा, फ्जल्दी ही कर लूँ, पिफर टी.वी. देखूँगा।य् ऽ तुम हामिद को पानी में शक्कर जल्दी घोलने के लिए क्या - क्या उपाय सुझाओगे? करके देखो तीन - चार साथ्िायों के समूह बनाओ। प्रयोग के लिए चार - पाँच गिलास और तालिका में लिखी चीशें इकऋी करो। हर गिलास में वुफछ पानी लो। कोइर् एक चीश एक गिलास में मिलाओ, जो देखो, उसे तालिका में लिखो। 1.नमक 2.मि‘ी 3. चाॅक पाउडर 4. एक चम्मच दूध् 5. तेल बताओ ऽ क्या पानी में घुलने के बाद नमक दिख रहा है? अगर नहीं, तो क्यों नहीं? ऽ क्या अब पानी में नमक नहीं है? अगर है, तो कहाँ? ऽ नमक और चाॅक पाउडर के घोल को थोड़ी देर पानी में रखने पर दोनों में क्या अंतर दिखा? कपड़े से छानकर तुम किस चीश को पानी से अलग कर पाओगे? आइर्शा और हामिद में बहस छिड़ गइर्। आइर्शा को लगा कि चम्मच से हिलाने पर तेल पानी में घुल गया। हामिद बोला, फ्तेल की पीली - पीली नन्हीं बूँदें अभी भी अलग दिख रही हैं।य् आइर्शा बोली, फ्चलो, थोड़ी देर रखने के बाद देखते हैं।य् ऽ तुम्हें क्या लगता है कि तेल पानी में घुल पाया या नहीं? क्यों? बूँदों की रेस आइर्शा ने अपने टिपिफन के ढक्कन पर एक साथ दो बँूदें तेल की टपकाईं। उसी के पास पानी की बूँदें और शक्कर के घोल की बूँदें भी टपकाइंर्। टिपिफन के ढक्कन को टेढ़ा करने पर वुफछ बूँदे तेशी से बहकर आगे निकल गईं, जबकि वुफछ पीछे रह गईं। ऽ तुम भी यह करके देखो और बताओμकौन - सी बूँद सबसे आगे निकली? ऐसा क्यों हुआ होगा? पानी गया कहाँ? एक दिन आइर्शा की अम्मी चाय बना रही थीं। वे पानी चूल्हे पर रखकर भूल गईं। उन्होंने थोड़ी देर में आकर देखा तो वुफछ ही पानी बतर्न में रह गया था। ऽ सोचो, बाकी का पानी कहाँ गायब हो गया? ऽ सोचो, चिट्टीबाबू और चिन्नाबाबू के घर में आमपापड़ बनाने के लिए उसे ध्ूप में क्यों रखा होगा? ;पाठ 4द्ध ऽ तुम्हारे घर में कौन - सी चीशें ध्ूप में रखकर बनाइर् जाती हैं? पानी के प्रयोग 65 डाँडी यात्रा यह घटना 1930 की है। भारत की आशादी से पहले। बहुत सालों से अँग्रेशों ने आम लोगों के नमक बनाने पर रोक लगाइर् हुइर् थी। उफपर से नमक पर भारी टैक्स भी लगा दिया। इस कानून से तो लोग अपने घर के इस्तेमाल के लिए भी नमक नहीं बना सकते थे। भला बताओ, नमक जैसी चीश के बिना गुशारा वैफसे हो? लोगों को मशबूरी में दुकानों से महँगा नमक खरीदना पड़ता था। इस बात से लोग बहुत नाराश थे। गांध्ीजी का कहना था, फ्जो चीश हमें वुफदरत ने दी है, उसे बनाने पर बंदिश वैफसी।य् उन्होंने लोगों के साथ मिलकर अहमदाबाद से डाँडी के समुद्र तट तक एक लंबी यात्रा की और इस गलत कानून को तोड़ा। जानते हो, नमक वैफसे बनाया जाता है? समुद्र के पानी को शमीन पर क्यारियों की तरह बनाए गए गइों में भर दिया जाता है। तेश ध्ूप में पानी सूख जाता है और नमक के ढेर वहीं रह जाते हैं।