
आज रजत बहुत दिनों के बाद स्वूफल आया है। सभी बच्चे उसे घेरकर खड़े हो गए। आरती ने पूछाμफ्अब तुम वैफसे हो?य् फ्ठीक हूँय्μरजत ने धीरे - से जवाब दिया। जसकीरतμघर पर तो खूब खेलते होगे? जसकीरत रजत ;वुफछ चिढ़कर बोलाद्ध - बुखार में खेलने का दिल ही नहीं करता। उफपर से कड़वी दवाइर् भी खानी पड़ी और खून टेस्ट भी कराना पड़ा। जसकीरतμखून टेस्ट! वह क्यों? बहुत ददर् हुआ होगा। रजतμनहीं। जब सूइर् चुभी तो लगा जैसे चींटी ने काटा हो। दो - तीन बूँद खून लेकर टेस्ट करने से पता चला कि मुझे मलेरिया है। नैन्सीμमलेरिया तो मच्छर के काटने से होता है। रजतμहाँ। पर पता तो खून की जाँच से ही चलता है। जसकीरतμमेरे घर में तो आजकल बहुत मच्छर हैं पर मुझे तो मलेरिया नहीं हुआ। नैन्सीμअरे भइर्! मलेरिया हर मच्छर के काटने से थोड़े ही होता है। वह तो बीमारी वाले मच्छर से ही होता है। आरतीμ मुझे तो सारे मच्छर एक ही जैसे लगते हैं। रजतμ होते तो अलग - अलग होंगे। आरती 67 नैन्सीμक्या उसी जगह से खून लिया था जहाँ मच्छर ने काटा था? रजतμनहीं भइर्! मच्छर ने कब और कहाँ काटा, यह तो मुझे भी नहीं पता। नैन्सीμखून में क्या दिखा होगा? उसमें क्या होगा, जिससे मलेरिया का पता चल पाया? पता करो ऽ क्या तुम किसी को जानते हो जिसे कभी मलेरिया हुआ हो? वैफसे पता लग पाया था कि उन्हें मलेरिया है? ऽ उन्हें मलेरिया होने पर क्या - क्या तकलीपफ हुइर्?़ ऽ मच्छरों के काटने से और कौन - कौन - सी बीमारियाँ होती हैं? ऽ कौन - से मौसम में मलेरिया श्यादा पैफलता है? क्यों? ऽ मच्छरों से बचने के लिए तुम्हारे घर में क्या - क्या उपाय किए जाते हैं? अपने साथ्िायों से भी पता करो कि वे बचाव के लिए क्या करते हैं। 68 आस - पास क्लीनिकल विवृफति रिपोटर् ब्स्प्छप्ब्।स् च्।ज्भ्व्स्व्ळल् त्म्च्व्त्ज् वेंफद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना ब्मदजतंस ळवअजण् भ्मंसजी ैबीमउम 18ध्08ध्2007 नाम/छंउमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् आयु/।हमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्स्त्राी या पुरुष/ैमगण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् थ्मअमत ूपजी ब्ीपससे ंदक त्पहवते रोग की पहचान/क्पंहदवेपेण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् ;ठंड लगकर वंफपकपी के साथ बुखारद्ध डंसंतपंस च्ंतंेपजम थ्वनदक पद ठसववक ैंउचसम ;खून में मलेरिया के जीवाणु पाए गएद्ध च्ंजीवसवहपेज ऽ यहाँ पर खून की जाँच की रिपोटर् दी गइर् है। इसमें किन शब्दों से पता चल रहा है कि मरीश को मलेरिया है? अनीमिया क्या है? आरतीμखून टेस्ट तो मेरा भी हुआ था। सीरिन्ज ;इंजेक्शनद्ध भरकर खून लिया था। जाँच में तो अनीमिया निकला। रजतμवह क्या होता है? आरतीμडाॅक्टर ने कहा कि खून में ‘हीमोग्लोबिन’ या ‘आयरन’ की कमी है। डाॅक्टर ने ताकत की दवाइर् दी। गुड़, आँवला और हरी पत्तेदार सब्िशयाँ शरूर खाने के लिए कहा। यह भी बताया कि इनमें आयरन यानी ‘लोहा’ होता है। नैन्सीμकहीं उन्होंने मशाक तो नहीं किया। भइर्, खून में लोहा वैफसे? जसकीरतμकल अखबार में इस बारे में आया था। रजत ;हँसते हुएद्धμतो पिफर तुमने लोहा खाया! आरतीμओ हो! यह कोइर् चाबी वाला लोहा थोड़े ही होता होगा। पता नहीं वैफसा होता होगा। जब मैंने खूब सब्िशयाँ खाईं तो मेरा हीमोग्लोबिन बढ़ गया। क्लीनिकल विवृफति रिपोटर् ब्स्प्छप्ब्।स् च्।ज्भ्व्स्व्ळल् त्म्च्व्त्ज् वेंफद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना ब्मदजतंस ळवअजण् भ्मंसजी ैबीमउम 20ध्06ध्2007 नाम/छंउमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् आयु/।हमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्स्त्राी या पुरुष/ैमगण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् रोग की पहचान/क्पंहदवेपेण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् च्ंजीवसवहपेज छवतउंस त्ंदहम ;नाॅरमल रेंजद्ध भ्ंमउवहसवइपद ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् हउध्कस 12 जव 16हउध्कस ;हीमोग्लोबिनद्ध ।ंतजप 12 थ्मउंसम ।दंमउपं ;अनीमियाद्ध 8 क्लीनिकल विवृफति रिपोटर् ब्स्प्छप्ब्।स् च्।ज्भ्व्स्व्ळल् त्म्च्व्त्ज् वेंफद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना ब्मदजतंस ळवअजण् भ्मंसजी ैबीमउम 15ध्09ध्2007 नाम/छंउमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् आयु/।हमण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्स्त्राी या पुरुष/ैमगण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् रोग की पहचान/क्पंहदवेपेण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् च्ंजीवसवहपेज छवतउंस त्ंदहम ;नाॅरमल रेंजद्ध भ्ंमउवहसवइपद ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् हउध्कस 12 जव 16हउध्कस ;हीमोग्लोबिनद्ध ।ंतजप 12 थ्मउंसम ।दंमउपं ;अनीमियाद्ध 10ण्5 ऽ आरती की रिपोटर् के हिसाब से हीमोग्लोबिन कम - से - कम कितना होना चाहिए था? ऽ आरती का हीमोग्लोबिन कितने दिनों में कितना बढ़ पाया? ऽ अखबार की रिपोटर् में अनीमिया से होने वाली परेशानी के बारे में क्या लिखा है? ऽ क्या तुम्हें या तुम्हारे घर में किसी को खून टेस्ट की शरूरत पड़ी है? कब और ऽ खून टेस्ट से क्या पता चला था? ऽ क्या तुम्हारे स्वूफल में कभी हैल्थ ;स्वास्थ्यद्ध जाँच हुइर् है? डाॅक्टर ने तुम्हें क्या बताया? पता करो ऽ किसी डाॅक्टर से या अपने बड़ों से पता करो कि खाने की किन चीशों में लोहा होता है? मच्छर के बच्चे जसकीरतμमलेरिया के बारे में एक पोस्टर तो हमारी क्लास के बाहर ही लगा है। ;सभी झटपट पोस्टर देखने पहुँच गए।द्ध रजतμदेखो इस पोस्टर में लारवे के बारे में क्या लिखा है। वे क्या होते हैं? नैन्सीμमच्छरों के छोटे बच्चे! ये दिखने में मच्छर जैसे बिल्वुफल नहीं होते। आरतीμतुमने कहाँ देखे? नैन्सीμहमारे घर के पीछे रखे पुराने घड़े में बहुत दिनों से पानी भरा पड़ा था। उसमें पतले - पतले, छोटे, भूरे से रंग के कीड़े तैरते देखकर मैं हैरान रह गइर्। मम्मी ने बताया कि मच्छर पानी में अंडे देते हैं, उन्हीं से ये निकले हैं। इन्हें ‘लारवे’ कहते हैं। रजतμपिफर तुमने क्या किया? नैन्सीμपापा ने पफौरन ही घड़े का पानी पेंफक दिया और घड़ा सापफ करके, सुखाकर, उल्टा रख दिया।़ जसकीरतμमुझे शािाया आँटी ने बताया था कि मक्िखयों से भी बीमारी होती है, पेट की बीमारी। रजतμमक्खी तो काटती नहीं है, वह वैफसे बीमारी पैफलाती होगी? बताओ ऽ क्या तुमने ऐसा पोस्टर कहीं लगा हुआ देखा है? ऽ ये पोस्टर कौन लगाता होगा? अखबार में इस तरह के पोस्टर कौन देता होगा? ऽ इसमें किन बातों पर ध्यान दिलाने की कोश्िाश की गइर् है? ऽ तुम्हें क्या लगता है कि इसमें टंकी, वूफलर तथा गइों के चित्रा क्यों दिखाए गए हैं? सोचो और पता करो ऽ सोचो, पानी में मछलियाँ डालने के लिए क्यों कहा होगा? ये मछलियाँ क्या - क्या खाती होंगी? ऽ पानी में तेल का छिड़काव करने को क्यों कहा गया होगा? 72 आस - पास पता करो ऽ मक्खी से कौन - कौन - सी बीमारियाँ पैफलती हैं? और वैफसे? खोज - खबर ऽ कक्षा के सभी बच्चे दो या तीन समूहों में बँट जाएँ। समूहों को आपस में यह तय कर लेना होगा कि स्वूफल और आस - पास के इलाके में कौन - सी जगह का निरीक्षण कौन करेगा। स्वूफल में या स्वूफल के आस - पास इन जगहों को देखोे। क्या इन जगहों पर कहीं पानी इकऋा है या नालियाँ बंद हैं? अगर हाँ, तो ;✓द्ध का निशान लगाओμ गमले वूफलर टंकी स्वूफल का मैदान गइे या और कोइर् जगह ऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋऋ नालियाँ ऽ यहाँ कितने दिनों से पानी इकऋा है? ऽ इन जगहों पर पानी इकऋा होने से क्या - क्या परेशानियाँ हो रही हैं? ऽ इन जगहों की सपफाइर् की िाम्मेदारी किसकी है?़ ऽ पानी में क्या - क्या नशर आ रहा है? ऽ इन गइों और नालियों की मरम्मत करवाने की िाम्मेदारी किसकी है? ऽ क्या इनमें से किसी जगह पर इकऋे हुए पानी में लारवे भी दिखे? पोस्टर बनाओ, िाम्मेदारी याद दिलाओ ऽ अपने समूह में वूफलर, टंकी, नालियों जैसी जगह ;जहाँ पानी इकऋा होता हैद्ध साप़्ाफ रखने के लिए पोस्टर बनाओ। स्वूफल और घर के आस - पास यह पोस्टर लगाओ। ऽ पता करो, तुम्हारे स्वूफल के आस - पास की सप़्ाफाइर् करवाने की िाम्मेदारी किसकी है। यह भी पता करो कि चिऋी किसके नाम लिखनी है। यह कौन - से दफ्ऱतर में जाएगी? अपनी कक्षा की तरपफ से उन्हें अपने इलाके की सप़़्ाफाइर् के बारे में जानकारी देते हुए एक पत्रा लिखो। मच्छरों की दावत? 73 सवेर् रिपोटर् वुफछ और बच्चों ने भी सवेर् किया। उनकी रिपोटर् के वुफछ अंश यहाँ दिए गए हैं। आओ, इन्हें पढ़ें। बताओ अगर तुम्हारे घर या स्वूफल के आस - पास तालाब या नदी हो तो उसे देखने जाओ। ऽ क्या पानी में या उसके आस - पास हरी - हरी काइर् दिखाइर् दे रही है? ऽ तुमने काइर् और किन - किन जगहों पर देखी है? ऽ क्या किनारे पर या पानी में वुफछ पौध्े दिख रहे हैं? उनके नाम पता करो। उनके चित्रा अपनी काॅपी में बनाओ। ऽ इन्हें लगाया गया है या पिफर ये अपने - आप ही उग गए हैं? ऽ पानी में और क्या - क्या दिख रहा है? सूची बनाओ। मच्छर के पेट की कहानी, वैज्ञानिक की शुबानी यह मशेदार किस्सा आज से लगभग सौ साल पहले का है। एक वैज्ञानिक ने यह पता लगाया कि मलेरिया मच्छर से पैफलता है। चलो, उनसे ही सुनते हैं कि वे इस बारे में क्या कहते हैं। फ्मेरे पिता भारतीय थल सेना में जनरल थे। मैंने डाॅक्टरी की पढ़ाइर् की, लेकिन मेरी दिलचस्पी कहानियाँ पढ़ने, कविता लिखने, संगीत और ड्रामे में थी। खाली समय में मैं यही सब किया करता था।य् आस - पास उस समय मलेरिया से बहुत जानें जाती थीं। यह बीमारी श्यादा बारिश और दलदल वाले इलाकों में पाइर् जाती थी। वुफछ लोगों का सोचना था कि गंदगी में वुफछ शहरीली गैस होती होगी, जिससे यह बीमारी पैफलती है। एक डाॅक्टर ने मलेरिया के मरीश के खून में माइव्रफोस्कोप से बहुत छोटे - छोटे बारीक जीवाणु देखे थे। लेकिन यह समझ में नहीं आ रहा था कि ये जीवाणु खून में वैफसे पहुँचते होंगे। मेरे विज्ञान के गुरु ने अंदाशा लगाया और कहाμफ्मुझे लगता है कि शायद मलेरिया मच्छर से पैफलता है।य् इसकी जाँच करने के लिए मैं दिन - रात मच्छरों के पीछे ही पड़ गया! हम एक - एक मच्छर के पीछे बोतल लेकर दौड़ते। पिफर मलेरिया के मरीशों को मच्छरदानी में बिठाकर उन मच्छरों को दावत देते। एक मच्छर को अपना खून चुसाने के लिए मरीश को एक आना मिलता। मुझे सिवंफदराबाद के अस्पताल के वे दिन हमेशा याद रहेंगे! मच्छर को काटकर खोलना और उसके पेट के अंदर ताक - झाँक। एक बार मैं भी मलेरिया का श्िाकार हो गया। माइव्रफोस्कोप पर झुककर बारीकियाँ देखते - देखते शाम तक आँखें जैसे धुँधला - सी जाती थीं। गदर्न अलग अकड़ जाती। इतनी गमीर् थी, पिफर भी पंखा नहीं झल सकते थे, क्योंकि हवा से मच्छर उड़ जाते। माइव्रफोस्कोप में यह सब करने के बावजूद वुफछ हाथ नहीं लगा। एक दिन किस्मत मेहरबान हो ही गइर्। हमने वुफछ मच्छर पकड़े, जो देखने में थोड़े अलग थे। इनका रंग भूरा था और पंख छींटेदार थे। उनमें से एक मच्छरी के पेट में देखते - देखते वुफछ काला - काला - सा दिखा। गौर करने पर पता चला कि वे छोटे - छोटे जीवाणु बिल्वुफल वैसे ही थे, जैसे हमने मलेरिया के मरीशों के खून में देखे थे। उसी से हमें यह सबूत मिल पाया कि मच्छर से ही मलेरिया पैफलता है।य् रोनाॅल्ड रोस को दिसम्बर, 1902 में चिकित्सा के क्षेत्रा में बड़ा पुरस्कार मिला, नोबल पुरस्कार। 1905 में मरते हुए भी वे कह रहे थे, फ्वुफछ ढँूढ़ लँूगा, नया ढूँढ़ लूँगा।य्