Table of Contents
76
सर - सर सर - सर उडी पतंग ,
फर - फर फर - फर उड़ी पतंग।
इसको काटा , उसको काटा ,
खूब लगाया सैर सपाटा।
अब लड़ने में जुटी पतंग ,
अरे कट गई , लुटी पतंग।
सर - सर सर - सर उड़ी पतंग ,
फर - फर फर - फर उड़ी पतंग।
77
पतंग का चित्र बनाओ।
अब कविता बनाएँ
सर - सर सर - सर उड़ी पतंग
घंटी बोली _____ _____ _____
उड़ता कपड़ा _____ _____ _____
_____ _____ खन - खन - खन
78
सोचो और लिखो
तुम पतंग के साथ सैर - सपाटे पर गईं। वहाँ तुमने क्या - क्या देखा ?
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पतंग कटकर कहाँ - कहाँ गिर सकती है ?
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कागज़ से कुत्ता बनाओ।
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कहती है अब खेल का समय