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पाठ -3 तुम कितना वज़न उठा सकते हो ?
चालाक गधा और भारी बोझा
संदीप के पास एक गधा है। वह रोज अपनी पीठ पर नमक की बोरियाँ ढोकर बाज़ार ले जाता है।
बाज़ार जाने के रास्ते में उन्हें एक नदी पार करनी पड़ती है।
एक दिन , नदी पार करते हुए गधा फिसलकर नदी में गिर गया।
जब वह उठा तो उसे बोरी काफ़ी हल्की लगी।
- तुम भी सोचो कि बोरी इतनी हल्की क्यों लगी ?
 
गधा मन ही मन बहुत खुश हुआ। इससे उसे एक बात भी सूझी।
अगले दिन , नदी पार करते हुए , चालाक गधे ने नदी में डुबकी लगाने की सोची।
इस बार संदीप को गधे की चालाकी समझ में आ गई।
मुझे इसे एक सबक सिखाना चाहिए।
अगले दिन संदीप ने नमक की जगह बोरी में ढेर सारे ऊनी कपड़े भर दिए।
- सोचो तो गधा जब इस बार नदी में डुबकी लगाएगा तो क्या होगा ? क्यों?
 
बच्चों में पढ़ने का कौशल पूरी तरह से विकसित नहीं है। अतः उन्हें चित्र - संकेतों ( पिक्टोग्राफ ) से मदद मिलती है। इनसे उन्हें मज़ा भी आता है।
राजू                 सी        -        सॉ                 पर                 झूलना                 चाहता                 है
      राजू को सी - सॉ पर झूलने के लिए एक साथी की जरूरत है।
                  
              
रानी राजू की मदद करने आती है। फिर भी राजू सी - सॉ पर नहीं झूल सकता।
                 
            
- क्या तुम बता सकते हो। क्यों ? सही उत्तर पर गोला लगाओ —
 
राजू रानी से भारी है / हल्का है।
असलम उनकी मदद करने आता है।
चित्र देखो —
                 
              
- क्या तुम बता सकते हो कि राजू की तरफ़ से झूला अब ऊपर क्यों गया ?
 
रानी और असलम से राजू भारी है / हल्का है।
                 
            
अच्छा सूझा , मैं अपने साथ अपना थैला रख लेता हूँ
                  
             
हमें इस झूले में बहुत मज़ा आ रहा है।
भारी या हल्का
दो चीज़ों में से कौन - सी सी - सॉ को नीचे की ओर ले जाएगी ? उदाहरण देखो। भारी चीज़ को मिलाने के लिए रेखा खींचो।
                           
             
- जो हल्की चीज़ है उसमें रंग भरो —
 
                  
              
( क ) टेनिस बॉल , फुटबॉल
                  
              
( ख ) स्कूल बैग , ज्यामिति बॉक्स
इस क्रियाकलाप को करवाने के पहले , बच्चों को विभिन्न वज़न वाली वस्तुओं को हाथ में उठाकर उनकी तुलना करने का अवसर दें।
→उपलब्ध सामग्री से तराजू बनाकर उस पर हल्का भारी का खेल, खेल सकते हैं।
छोटू                 बंदर                 और                 गाजरें
      चिक्की और मिक्की खरगोश को एक थैला मिला। उसके अंदर गाजरें थीं।
                  
             
चिक्की और मिक्की लड़ने लगे।
                 
            
मैं बड़ी गाजरें लूँगा।
नहीं , मैं बड़ा हूँ इसलिए मैं बड़ी गाजरें लूँगा।
छोटू बंदर उनकी मदद करने आया।
                  
             
क्या मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ ?
हम दोनों गाजरों को बराबर बाँटना चाहते हैं। लेकिन कुछ गाजरें बड़ी हैं और कुछ छोटी। हम क्या करें ?
छोटू बंदर उनकी मदद के लिए कुछ लेकर आया।
- अंदाज़ा लगाओ कि छोटू बंदर चिक्की और मिक्की की मदद के लिए क्या लाया। बंदर के हाथ में उस चीज़ की तस्वीर बनाओ।
 
पता करो
- तुम्हारे माता - पिता परिवार के लिए गाजर खरीदते हैं। एक बार में वे कितनी खरीदते हैं ?
 - सब्जीवाला गाजर कैसे तोलता है ?
 
सिमरन कितना उठा सकती है ?
सिमरन के पिता उसके घर के स्टोर से कुछ सामान रसोईघर में रखना चाहते हैं। सिमरन अपने पिता की मदद करना चाहती है।
                 
             
- अंदाज़ा लगाओ , सिमरन कौन - सा झोला उठा सकती है।
 - अंदाज़ा लगाओ कौन क्या उठाएगा ?
 
( क ) उसके पिता ? _____ 
( ख ) उसकी माता ? _____
( ग ) उसकी छोटी बहन ? _____
- क्या सिमरन इनमें से कोई दो झोले एक साथ उठा सकती है ? यदि हाँ , तो कौन से ? _____
 - तुम कौन - से झोले उठा सकते हो ? अंदाज़ा लगाओ। _____
 
                 
              
मैं अपने से भारी चीनी का ( दाना भी उठा सकती हूँ।
                  
             
- जानवरों के चित्रों से उन चीज़ों का मिलान करो जो वे उठा सकते हैं
 
