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9 बादल आए , बारिश लाए
अप्पू ने केला खाया
अप्पू हाथी को केले बहुत पसंद हैं। वह रोज़ केले के पेड़ों से केले तोड़कर खाता है।
एक दिन उसने देखा कि केले के पेड़ मुरझा रहे हैं। बहुत दिनों से बारिश जो नहीं हुई थी।
अप्पू बोला — मैं अभी अपनी सूंड में पानी भरकर लाता हूँ।
वह नदी की ओर चल पड़ा।
नदी से अप्पू ने जी भरकर पानी पिया। सूंड़ में पानी भर - भर कर वह खूब नहाया।
फिर सूंड़ में पानी भरा और जाकर केले के पेड़ों को भी नहला दिया।
पानी मिलते ही केले के पेड़ खिल उठे। अप्पू बोला — अब मैं रोज़ तुम्हारे लिए पानी लाऊँगा , तुम मुझे मीठे - मीठे केले जो देते हो।
- अप्पू को कैसे पता लगा कि केले के पेड़ों को पानी चाहिए ?
- तुम्हारे घर के आस - पास के पेड़ - पौधों को पानी कहाँ से मिलता है ?
- अप्पू हाथी ने नदी से जी भर कर पानी पिया। तुमने जानवरों को कहाँ - कहाँ पानी पीते देखा है ?
- क्या तुमने कभी किसी जानवर को पानी पिलाया है ? अगर हाँ , तो किसको ?
- जिन जानवरों को कोई पानी नहीं पिलाता , वे पानी कहाँ से पीते हैं ?
कहानी में तुमने पढ़ा कि केले के पेड़ को अप्पू हाथी ने पानी दिया। असल में तो हाथी पेड़ों को ऐसे पानी नहीं देते। तो फिर उन पेड़ - पौधों को पानी कहाँ से मिलता है , जिन्हें कोई पानी नहीं देता ?
पेड़ - पौधों को ज़्यादातर पानी बारिश से मिलता है। बारिश आते ही पेड़ - पौधे खिल उठते हैं। आओ , बारिश के बारे में एक कविता पढ़ें।
बादल आए
गोरे - गोरे , काले - काले ,
बादल आए जादू वाले।
कुत्ता - गइया
हाथी - घोड़ा
और कभी
हंसों का जोड़ा
या फिर बनकर अरना भैंसे
दौड़ेंगे हो कर मतवाले।
पल में आते
पल में जाते
महीनों कभी
नज़र ना आते
और कभी जम जाते ऐसे
हफ़्तों तक ना टलते टाले।
कभी गरजते
कभी बरसते
इंद्रधनुष के
रंग परसते
और कभी ओले बरसा के
तोड़ गए हैं शीशे - प्याले।
- हरीश निगम
चकमक ( एकलव्य )
कवि को बादलों में बहुत कुछ दिखा। क्या तुम्हें भी बादलों में कभी कुछ दिखा है ? क्या ?
- बादल क्या - क्या करते हैं ?
- बारिश आने पर तुम्हें कैसा लगता है ?
- बारिश आने पर बादलों के अलावा और क्या - क्या दिखाई देता है ?
- क्या तुमने कभी इंद्रधनुष देखा है ? इंद्रधनुष कब दिखाई देता है ?
- बारिश होने पर क्या - क्या होता है ?
बारिश होने पर नाव बनाने और उसे पानी में चलाने में मज़ा आता है ना ? कागज़ की नाव बनाओ और उसे पानी में तैराओ।
क्या तुमने बारिश में कोई परेशानी झेली है या देखी है ? अपने अनुभवों के आधार पर चित्र बनाओ।
वाह रे बारिश तेरी शान , कोई है खुश , कोई परेशान।
बच्चों के बारिश से जुड़े अनुभवों को सुनने से , बारिश से होने वाले प्रभावों — अच्छे या बुरे — दोनों पर गहराई से चर्चा हो सकती है।