18 ऐसे भी होते हैं घर

मेरा नाम नसीम है। मैं श्रीनगर में रहता हूँ। कल से हमारे स्कूल में बहुत चहल - पहल है। यह पूरे सात दिनों तक रहेगी। जानते हो क्यों ? हमारे स्कूल में कैंप जो लगा है। कैंप में कई जगहों से बच्चे आए हैं। मैदान में टेंट लगाकर सबके रहने का इंतज़ाम किया गया है।

हमने स्कूल को खूब सजाया है। कुछ बच्चों ने कपड़ों की कतरनों से झालर बनाकर , उन्हें दरवाज़े पर लगाया है। कुछ ने बादाम के छिलकों से पोस्टर बनाए हैं। कहीं तो सूखे पत्तों तथा लकड़ी के बुरादे से रंगोली बनाई है।


मकानों की विविधता दिखाने के लिए कुछ जगह जैसे असम , राजस्थान , दिल्ली , पहाड़ी इलाके का उपयोग हुआ है। इन जगहों का परिवेश समझने से बच्चे इन मकानों को समझ पाएँगे।

आज कैंप का पहला दिन है। हम सब बहुत खुश हैं। सुबह सब बच्चे इकट्ठे हुए। सब बच्चे ज़मीन पर एक गोला बना कर बैठ गए। सबने अपना - अपना परिचय दिया। सबने अपने बारे में बताया कि वे कहाँ रहते हैं , क्या खाना पसंद करते हैं। बच्चे अपने साथ अपने घर और परिवार की तस्वीरें भी लाए हैं। बारी - बारी से सब बच्चों ने अपने घरों के बारे में भी बताया। सबसे पहले भूपेन के समूह की बारी आई।

भूपेन ने अपना नाम बताया और कहा

मैं असम के मोलन गाँव से आया हूँ। हमारे यहाँ बहुत बारिश होती है। इसलिए हमारे घर ज़मीन से लगभग दस से बारह फुट ऊँचे बने होते हैं। इन्हें मज़बूत बाँस के खंभों पर बनाते हैं। ये घर अंदर से भी लकड़ी के ही बने होते हैं।

  • भूपेन के यहाँ , घर बाँस के खंभों पर क्यों बनाते हैं ?


  • इन मकानों की छतें कैसी हैं ? इन्हें ऐसा क्यों बनाया जाता है ?


  • इन मकानों में अंदर जाने का क्या तरीका है ?


  • रात के समय इन मकानों की सीढ़ी हटा देते हैं। क्यों ?


अब   आई   चमेली   की   बारी।   उसने   कहा  —

मैं मनाली से आई हूँ , जो एक पहाड़ी इलाका है। हमारे यहाँ भी बारिश बहुत होती है और बर्फ भी पड़ती है। जब ठंड ज़्यादा हो जाती है तब धूप में बैठना अच्छा लगता है। हमारे मकान पत्थर या लकड़ी से बनते हैं।

  • चमेली का घर किस इलाके में है ?


  • चमेली और भूपेन के मकानों की छतों में क्या समानता है ?


  • ऐसी छतें इन इलाकों में कैसे मदद करती हैं ?


मिताली और अनुज ने बताया

मिताली और अनुज दिल्ली से आए हैं। उन्होंने सबको दिल्ली की तस्वीरें दिखाई। एक तस्वीर में ऊँची - ऊँची इमारतें देखकर भूपेन बोला अरे ! इतने ऊँचे मकान। इनमें ऊपर तक कैसे चढ़ते हो ?

इन मकानों को देखो और पता करो कि क्या तुम्हारे यहाँ भी ऐसे मकान हैं ?

बहुमंजिले   मकानों   में   ऊपर   कैसे   चढ़ते   होंगे ?

दिल्ली भारत की राजधानी है। दिल्ली और उसके जैसे बड़े शहरों में , गाँवों और कस्बों से लोगों को काम की तलाश में आना पड़ता है। ये लोग अक्सर शहर में ही बस जाते हैं। यहाँ रहने वाले लोग ज़्यादा हैं और जगह कम। बहुत लोगों के पास मकान होते ही नहीं। उन्हें झुग्गी - झोपड़ियों में रहना पड़ता है और कई लोगों के पास वह भी नहीं। लोग जहाँ जगह मिले वहीं सो जाते हैं सड़क पर , फुटपाथ पर , स्टेशन पर ... । वाकई शहरों में घर की बहुत बड़ी समस्या है।

कांशीराम   ने   बताया  —

मैं राजस्थान के एक गाँव से आया हूँ। हमारे यहाँ बारिश बहुत । कम होती है और खूब गर्मी पड़ती है। हम लोग मिट्टी के घरों में रहते हैं। घरों की दीवारें बहुत मोटी होती हैं। इन दीवारों को मिट्टी से लीप - पोतकर सुंदर बनाया जाता है। छतें कँटीली झाड़ियों की बनी होती हैं।


बच्चों से बेघर लोगों की मुसीबतों के बारे में संवेदनशीलता से बातचीत करने की आवश्यकता है।

इसी तरह सभी टोलियों ने अपने - अपने घरों के बारे में बताया। परिचय के बाद रंगारंग कार्यक्रम हुआ। बच्चों ने तरह - तरह के नाच किए। अपनी - अपनी भाषा में लोकगीत सुनाए। सब ने इलायची और बादाम डला हुआ कहवा ( चाय ) पीया। बहुत मज़ा आया।

शाम को हम सब डल झील घूमने गए। वहाँ हमने एक हाउस बोट देखी। शिकारे में बैठे। कुछ बच्चों ने चप्पू भी चलाया। चारों तरफ़ नीले - नीले पहाड़ और बीच में ' चार चिनारी '

  • हाउस बोट दूसरे घरों से अलग है। कैसे ?


  • क्या तुम ऐसे घर में रहना पसंद करोगे ? क्यों ?


चित्र   देखकर   मिलान   करो।  

बर्फ का घर ( इग्लू )

हाउस बोट

बहुमंजिला मकान

तंबू

झोपड़ी

तुम्हारा घर किन - किन चीजों से बना है। उन के नाम पर     का निशान लगाओ।  
  • घास
  • मिट्टी
  • लकड़ी
  • सीमेंट
  • केनवास
  • लोहा
  • प्लास्टिक
  • चूना
  • बाँस
  • ईंटें
  • काँच
  • पत्थर

अपने घर के आस - पास के मकानों को देखो। वे किन - किन चीज़ों से बने हैं ? उन चीज़ों की सूची बनाओ।



  • मकान जिन चीज़ों से बनते हैं , उन चीज़ों के नमूनों को इकट्ठा करो।

आओ ईंट बनाएँ

चिकनी मिट्टी को गूंध लो। खाली माचिस में दबाकर भरो। सुखाकर निकालो। तुम्हारी छोटी - सी ईंट तैयार हो गई !

अपनी ईंटों पर तरह - तरह के रंग करो। उस पर अपना नाम भी लिखो। इन सभी ईंटों को मिलाकर एक रंग - बिरंगा घर बनाओ। घर की छत को भी सजाओ।

  • कई तरह के घरों के चित्र इकट्ठे करो या उनके चित्र बनाओ। चित्रों से एक सुंदर चार्ट बनाओ। कक्षा में उसे सजाओ।


मकान किन चीज़ों से बनाए जाते हैं - बच्चे अपने आस - पास उपलब्ध इन चीज़ों को इकट्ठा करके बेहतर ढंग से समझ सकेंगे।