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19 हमारे साथी जानवर
' टक ' की आवाज़ सुनकर कक्षा में बैठे सभी बच्चे चौंक गए। आवाज़ छत पर लगे पंखे से आई थी। कल्याणी चिल्लाई - देखो - देखो ! उस कोने में देखो। चिड़िया पंखे से कट गई। पीटर झट से उठा और चिड़िया को उठा लाया। चिड़िया तड़प रही थी।
नवजोत और अली जल्दी से जाकर एक कटोरी में पानी ले आए। पीटर ने चिड़िया को प्यार से सहलाया। पानी की कटोरी चिड़िया की चोंच के पास लगाई। चिड़िया ने थोड़ा पानी पिया। पानी पीकर वह धीरे - धीरे अपने पंख फड़फड़ाने लगी। नवजोत ने सभी बच्चों को पीछे हटने के लिए कहा। उन्होंने देखा कि चिड़िया धीरे - धीरे उड़ने की कोशिश कर रही है। तभी फुर्र ... की आवाज़ के साथ चिड़िया बाहर उड़ गई।
अगले दिन बच्चों ने देखा एक चिड़िया कमरे में चक्कर लगा रही है। बच्चों ने यह पहचानने की कोशिश की कि क्या वह पिछले दिन वाली चिड़िया थी। उन्हें लगा कि वही है। उन्होंने जल्दी से पंखा बंद कर दिया और ताली बजाने लगे।
वाक्यों को सही क्रम में डालो —
- पीटर ने चिड़िया को प्यार से सहलाया। ☐
- बच्चों ने देखा एक चिड़िया उनकी कक्षा में चक्कर लगा रही है। ☐
- नवजोत और अली जल्दी से जाकर एक कटोरी में पानी ले आए। ☐
- फुर ... की आवाज़ के साथ चिड़िया कक्षा से बाहर उड़ गई। ☐
- चिड़िया पंखे से कट गई। ☐
शंकर बहुत खुश था। उसके घर के आँगन में बिल्ली ने चार बच्चे जो दिए थे। वह अपना खाली समय वहीं बिताने लगा।
एक सुबह बिल्ली के रोने की आवाज़ से उसकी नींद खुली। ( बोलो , बिल्ली कैसे रोती है ?) वह भागा आँगन की ओर। देखा तो बिल्ली अपने तीन बच्चों को साथ चिपका कर रो रही थी। एक बच्चा गायब था। बाहर जाकर देखा तो मालिनी बिल्ली के बच्चे को सहला रही थी।
शंकर ने मालिनी को घर के आँगन में बुलाया। मालिनी ने बिल्ली को रोते हुए देखा।
सोचो , मालिनी ने क्या किया होगा ?
जानवरों की भावनाओं के बारे में चर्चा करने से बच्चे जानवरों के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं।
भोली , मीनू की गाय है। मीनू रोज़ सुबह भोली को मैदान में चराने ले जाती है।
एक दिन तेज़ी से आते स्कूटर से भोली के पाँव में चोट लग गई। चोट से खून निकल रहा था।
अब मीनू के घर के लोग क्या करेंगे ?
- चंदू धोबी अपने गधे का बहुत ध्यान रखता है। गधा भी तो उसके बहुत सारे काम करता है।
- क्या तुम्हारे घर या पड़ोस में किसी के यहाँ कोई पालतू जानवर है ? कौन - सा ?
- क्या तुम उसे किसी प्यार के नाम से पुकारते हो ? किस नाम से ?
- तुम क्या करते हो जब तुम्हारे पालतू जानवर को –
- भूख लगती है
- गर्मी या ठंड लगती है
- कोई परेशान करता है
- चोट लगती है
- हम कुछ जानवरों को पालते हैं। उनकी देखभाल भी करते हैं। तालिका में कुछ जानवरों के नाम हैं , जिन्हें पाला जाता है। तालिका को पूरा करो।
जानवर का नाम | इन्हें क्यों पालते हैं |
कुत्ता |
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| दूध देती है |
| गाड़ी खींचता है |
बैल |
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मुर्गी |
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मछली |
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| प्यारा या प्यारी लगती है |
मधुमक्खी |
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- हम जानवरों को पालते हैं तथा उनकी देखभाल भी करते हैं - यह संबंध समझने से बच्चों को 88 उनके परिवेश में जीवों की आपसी निर्भरता समझने में आसानी होगी।
पक्षियों का प्याऊ
मिट्टी का एक चौड़े मुँह का बर्तन लो। बर्तन को रस्सी से बाँधकर लटकाओ , जैसा चित्र में दिखाया है। अब उस बर्तन में पानी डालकर उसे किसी पेड़ की शाखा पर या घर के बाहर किसी खूटी पर टाँग दो। उसमें रोज़ पानी भरो। देखो , पानी पीने के लिए कौन - कौन से पक्षी वहाँ आते हैं ?
- पानी की ज़रूरत हमें भी है और जानवरों को भी। ऐसी ही कुछ और चीजें हैं जिन्हें हम और जानवर दोनों इस्तेमाल करते हैं। ऐसी किन्हीं तीन चीज़ों के नाम लिखो।
तुमने शायद भोजन भी अपनी सूची में शामिल किया होगा।
तुम जानते ही हो हमारा भोजन कितनी अलग - अलग तरह का है। इसी तरह जानवरों का भोजन भी अलग - अलग तरह का होता है।
- क्या तुमने कभी किसी जानवर को कुछ खिलाया है या किसी और को कुछ खिलाते हुए देखा है ? यदि हाँ , तो तालिका में लिखो।
बच्चों को पक्षियों का प्याऊ बनाने में मदद करें। इसे बाहर खुले में रखवाएँ जिससे बच्चे पक्षियों को नज़दीक से देखें और उनके बारे में बहुत - सी बातें जानें।
किस जानवर को खिलाया
| क्या खिलाया
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- तुम इन जानवरों को खाना क्यों खिलाते हो ?
- किस जानवर को सबसे ज़्यादा बच्चों ने खाना खिलाया है ?
- उसे क्या - क्या खिलाया ?
देखो , क्या तुम्हारी तालिका में इनके भी नाम हैं ? पता करो ये क्या खाते हैं ?
चूहा , कॉकरोच , छछूदर , मकड़ी , छिपकली , कौआ , गिलहरी , बंदर , सूअर
सोचो , क्या कभी किसी जानवर ने तुम्हारी मर्जी के बिना तुम्हारा खाना खाया है ? कैसे ?
कौन क्या खाता है ? उसे लाइन खींचकर मिलाओ। एक उदाहरण दिया है।
छिपकली चिड़िया चूहा मनुष्य घासफूस रोटी , फल , सब्जी साँप रोटी चींटी मच्छर बकरी
तालिका में जानवरों के नाम लिखो।
ऐसे जानवर जिन्हें तुमने छुआ है
| ऐसे जानवर जिन्हें तुमने छुआ नहीं है पर छू सकते हो
| ऐसे जानवर जिन्हें तुम छू नहीं सकते
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तुमने देखा कि कुछ जानवरों को हम छू सकते हैं। ये अधिकतर हमारे घरों में और आस - पास रहते हैं। इनमें से कुछ हमारी मदद करते हैं।
कुछ जानवरों के पास हम नहीं जाते। डर लगता है कहीं काट न लें , नुकसान न पहुँचाएँ या खा ही न जाएँ !
बच्चों से यह चर्चा की जा सकती है कि पशु - पक्षियों को छूने का अर्थ है उन्हें प्यार से सहलाना न कि उन्हें सताना। अगले पृष्ठ पर चित्र द्वारा दिखाई गई कहानी प्रकृति में संतुलन को दर्शाती है। बच्चों को यह बात सहज और सरल तरीके से स्पष्ट करना ज़रूरी है।
रानी का बाग
चित्र को पढ़ो और कक्षा में चर्चा करो।
1. रानी के बाग से माली आम के टोकरे लाए हैं।
2. इतने सारे आम , बहुत खूब !
3. महारानी जी , अगर पक्षी न खाते तो आम इससे दुगुने होते।
4. क्या कहा ? पक्षी आम खा गए ? तुमने पक्षियों को बाग में क्यों आने दिया ?
5. गलती हो गई महारानी जी। अब किसी पक्षी को नहीं आने देंगे।
अगले साल
6. पहले से भी कम आम ! पक्षियों को बाग में आने से रोका क्यों नहीं ?
7. रोका था महारानी जी। एक भी पक्षी नहीं आने दिया पर इस बार तो फलों को कीड़े लग गए। पक्षी होते तो कीड़ों को खा लेते और इतने फल खराब नहीं होते।