21 तरह - तरह के परिवार

बोलो भाई कितने ?

आओ , सब मिलकर एक खेल खेलें। इस खेल को तो तुम ज़रूर जानते होगे। सब बच्चे एक गोले में खड़े हो जाओ।

एक बच्ची गोले के बीच खड़े होकर कोई ताल बजाए। जब तक ताल बजता रहे तब तक सब गोले में भागते रहो।

ताल बजाने वाली बच्ची अचानक ताल रोककर कोई भी छोटी संख्या जैसे ' पाँच ', ' चार ' या ' दो ', ज़ोर से पुकारे।

ताल रुकने पर , जितनी संख्या पुकारी गई हो , उतनी ही संख्या की टोलियों में बँट जाओ।

जो बच्चे किसी भी गुट में नहीं जुड़ पाते , वे खेल से बाहर हो जाएँ। जब तक केवल दो बच्चे गोले में न रह जाएँ , यह खेल खेलते रहो।

आओ , अब खेल के बारे में कुछ बातें करें

  • जब तुम सही संख्या के गुट में शामिल हुए तो तुम्हें कैसा लगा ? क्यों ?
  • अगर तुम किसी गुट में शामिल न हो पाए तब तुम्हें कैसा लगा ? क्यों ?
  • क्या तुम्हें लोगों के साथ रहना पसंद है ?
  • तुम किन - किन के साथ रहना पसंद करते हो ?
  • अगर तुम्हें हमेशा अकेले ही रहना पड़े तो तुम्हें कैसा लगेगा ?


' बोलो भाई कितने ' खेल में ताल बजाने और संख्या पुकारने का काम कोई भी कर सकता है।  बच्चों की संख्या के अनुसार पुकारी जाने वाली संख्या कम या ज्यादा की जा सकती है।

हम सब अकेले न रह कर लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं। हम सब किसी - - किसी गुट में जुड़कर जीते हैं। चलो देखते हैं एक ऐसे गुट को गुरलीन , नागराजन और उनके बच्चे तान्या और समर।

ये लोग एक - दूसरे से कैसे जुड़े हैं ?

जो चित्र तुमने देखा उसमें दिखाए गए लोग एक परिवार के हैं। ऐसे परिवार के चित्र या फ़ोटो हम कई बार देखते हैं। कहाँ - कहाँ देखते हैं हम ऐसा परिवार ? क्या सभी परिवार ऐसे ही होते हैं ? आओ ! अब कुछ परिवारों के बारे में पढ़ें।

सीताम्मा

सीताम्मा एक छोटे शहर गुंटूर में पुश्तैनी मकान में रहती है। मकान में नीचे दादा , दादी , छोटे चाचा और बुआ रहते हैं। पहली मंजिल के एक हिस्से में सीताम्मा अपने पिताजी , माँ और छोटी बहन गीताम्मा के साथ रहती है। दूसरे हिस्से में ताऊजी और उनके तीनों बच्चे रहते हैं। कुछ ही महीनों पहले उसकी ताईजी की मौत हो गई थी।


बच्चों के स्वयं के परिवार के बारे में पाठ चार में हुई चर्चा को ध्यान में रखना अच्छा होगा। कक्षा में मौजूद बच्चों के परिवारों में विविधता से पाठ की शुरुआत हो सकती है।

उसके बड़े चाचा और नई चाची अलग बरसाती के एक कमरे में रहते हैं। उनकी नई - नई शादी हुई है।

रात के खाने के पहले सीताम्मा की माँ सब बच्चों को पढ़ाई करवाती है।

सब का खाना नीचे रसोई में इकट्ठा बनता है। कोशिश होती है कि रात को सब मिलकर खाएँ। आजकल रात को ताऊजी की छोटी लड़की , सीताम्मा की माँ के पास ही सोती है। सुबह सीताम्मा उसे स्कूल के लिए तैयार करती है।

  • सीताम्मा के परिवार में कौन - कौन हैं ?
  • इन अलग - अलग लोगों का आपस में कैसा रिश्ता है ?
  • इस परिवार में पिछले कुछ महीनों में क्या - क्या बदलाव आए हैं ?

तारा

तारा अपनी अम्मा और नाना के साथ चैन्नई में रहती है। उसकी अम्मा मीनाक्षी ने शादी नहीं की है और तारा को गोद लिया है। मीनाक्षी सुबह ऑफिस जाती है और शाम को घर आती है। स्कूल से लौटने के बाद तारा की देखभाल उसके नाना जी करते हैं। वे ही उसे खाना खिलाते हैं , स्कूल का काम करने में मदद करते हैं। उसके साथ खेलते भी हैं। छुट्टी के दिनों में तीनों दूर घूमने निकल जाते हैं , खूब मज़े करते हैं। कभी - कभी तारा की मौसी , मौसा और उनके बच्चे भी आ जाते हैं। तब वे सब मिलकर खूब खेलते हैं और गप - शप करते हैं।


यदि कुछ बच्चे अपने परिवार के सदस्यों की आदतों जैसे नशीली / मादक दवाओं की लत के बारे में बताना चाहते हैं तो ऐसे किस्सों पर बात - चीत बड़ी ही संवेदनशीलता से की जानी चाहिए। उनसे होने वाले हानिकारक प्रभाव पर कक्षा में चर्चा ज़रूरी है। इन मुद्दों पर आप सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी चर्चा अवश्य करें।

  • तारा की देखभाल कौन करता है ? कैसे ?
  • परिवार के लोग मिलकर क्या - क्या करते हैं ?

सारा और हबीब

सारा और हबीब एक शहर में रहते हैं। दोनों नौकरी करते हैं। हबीब सरकारी दफ़्तर में क्लर्क है और सारा स्कूल में पढ़ाती है। हबीब के अब्बू रिटायर हो चुके हैं और उनके साथ रहते हैं। शाम को तीनों साथ बैठकर टी . वी . देखते हैं या ताश खेलते हैं। अब्बू को सब के साथ टी . वी . देखने में मज़ा आता है देखने के साथ - साथ बहस जो होती है। छुट्टी के दिन पड़ोस के बच्चे उनके घर में खूब धमाल मचाते हैं। सब साथ मिलकर मज़े करते हैं कभी खेल - कूद कर , कभी घूमने जाकर , कभी नाटक देखकर।

  • इस परिवार में कौन - कौन है ?
  • पिताजी को सब के साथ टी . वी . देखने में ज़्यादा मज़ा आता है। क्यों ?
  • परिवार के लोग कैसे मज़े करते हैं ?

तोताराम

तोताराम अपने पिताजी , चाचा और चचेरे भाईयों के साथ मुंबई की बस्ती में रहता है। तोताराम और उसके भाई मुंबई पढ़ने के लिए आए हैं। उसके पिताजी और चाचाजी यहाँ नौकरी करते हैं।


कभी - कभी कुछ ऐसे परिवारों ( नशीली दवाओं की लत ) के बच्चों में भी यह लत पड़ जाती है। यदि उन बच्चों में या किसी अन्य बच्चे में ऐसा व्यवहार दिखाई दे तो उनसे अलग से बात - चीत की जानी चाहिए ताकि समय पर उनकी यह लत छुड़वाई जा सके।

घर का सारा काम सभी मिलकर करते हैं। तोताराम के चाचा के हाथ का खाना सभी को बहुत पसंद है। उसके पिताजी खरीदारी का सारा काम सँभालते हैं। वे जितना पैसा कमाते हैं , उसका कुछ हिस्सा वे गाँव में तोताराम के दादा को भेजते हैं। तोताराम की माँ , दादा , दादी , चाची   और छोटे भाई - बहन गाँव के घर में रहते हैं। तोताराम साल में एक बार गाँव जाता है।

उसे अपनी माँ की बहुत याद आती है। वह उन्हें बहुत लंबी चिट्ठी लिखता है।

 

  • तोताराम के परिवार के लोग एक - दूसरे से संपर्क कैसे बनाए रखते हैं ?
  • तोताराम के परिवार में कौन - से लोग शहर में रहते हैं ? और कौन - से गाँव में ? क्यों ?

कृष्णा और कावेरी

कृष्णा और कावेरी अपने पिताजी के साथ रहते हैं। सुबह तैयार होकर तीनों इकट्ठे घर से निकलते हैं। कृष्णा और कावेरी को स्कूल छोड़कर कॉलेज जाता है। पिताजी दुकान जाते हैं , दिन भर के लिए।

दोपहर में कावेरी स्कूल से लौटकर ताला खोलती है और कृष्णा का इंतज़ार करती है। कॉलेज से आकर कृष्णा खाना गर्म करता है और दोनों मिलकर खाते हैं।

स्कूल का काम करने के बाद कावेरी बाहर खेलने जाती है। लौटकर भाई के साथ कभी कैरम खेलती है , कभी टेलीविज़न देखती है। पिताजी जब आ जाते हैं तब तीनों मिलकर खाना बनाते हैं और खाते हैं।

छुट्टियों में कावेरी अपनी माँ के पास रहने जाती है। कृष्णा भी कुछ दिन वहीं माँ के पास रहता है , पर उसे अपने घर में ही रहना पसंद है उसकी सारी चीजें और पिताजी जो यहाँ हैं।

  • कृष्णा अपनी बहन का ध्यान कैसे रखता है ?
  • परिवार में क्या - क्या काम इकट्ठे करते हैं ?

तुमने कई परिवारों के बारे में पढ़ा। कुछ सवालों पर चर्चा भी की। परिवार क्या है ? परिवार कैसे - कैसे होते हैं ? इस बारे में तुमने अपनी राय तो बना ली होगी।

परिवार में क्या - क्या होता है ?

  • दिए गए वाक्यों में से जो परिवार में होता है उन पर   का निशान लगाओ।
  • एक परिवार के लोग अक्सर एक - दूसरे जैसे दिखते हैं।
  • परिवार के लोगों को एक - दूसरे से बहुत प्यार होता है।  
  • एक परिवार में जन्म होने से या शादी होने से हम उस   परिवार का हिस्सा हो जाते हैं।  
  • परिवार के लोग अक्सर एक घर में एक साथ रहते हैं।  
  • परिवार के बड़े लोग अपने परिवार के लिए पैसे कमाते हैं।  


पाठ में कुछ परिवारों के बारे में बताया गया है। इनके अलावा भी कई तरह के परिवार होते हैं। इस विविधता को समझने के लिए बच्चों से उनके परिवार के बारे में चर्चा की जा सकती है।

  • परिवार के लोगों का आपस में झगड़ा हो तो भी सभी साथ रहते हैं।
  • परिवार में बच्चों और बूढों की देखभाल होती है।  

अपने परिवार की कुछ और बातें सोचो और खाली जगह में लिखो।


सीताम्मा का परिवार

क्या तुम परिवार की कल्पना एक पेड़ के रूप में कर सकते हो ? यहाँ सीताम्मा के परिवार को चित्र द्वारा दर्शाया गया है।

चलो अब तुम भी अपने परिवार का इसी तरह का चित्र अपनी कॉपी में बनाओ। इसके लिए किसी बड़े की मदद लो। मदद के लिए सीताम्मा के परिवार का चित्र देखो।