Durva-016

सोलहवाँ पाठ

शिलांग से फ़ोन


(फ़ोन की घंटी बजती है।)

ननकू : (फ़ोन उठाकर) हैलो! आप कौन साहब बोल रहे हैं?

अमरनाथ : मैं अमरनाथ बोल रहा हूँ, शिलांग से।

ननकू : हाँ बाबू जी नमस्ते! मैं ननकू बोल रहा हूँ। आप लोग कैसे हैं?

अमरनाथ : हम सब ठीक-ठाक है। अच्छा रमा को बुलाओ।

ननकू : बहन जी, आपके भाई साहब का फ़ोन है।

रमा : अभी आ रही हूँ। (आकर फ़ोन उठाती हैं।) हैलो भैया, नमस्ते। क्या हाल-चाल है?

अमरनाथ : सब मज़े में हैं। तुम लोग क्या कर रहे हो?

रमा : आज छुट्टी का दिन है। सब लोग घर पर ही हैं। टिंकू टी. वी. पर कार्टून देख रहा है।

अमरनाथ : और बिटिया श्यामला क्या कर रही है?

रमा : वह संगीत का अभ्यास कर रही है। बड़ा बेटा राजेश टेबुल-टेनिस खेल रहा है, जीजा जी को बुलाऊँ।

अमरनाथ : ज़रूर! मैं सुरेश बाबू से बात करना चाहता हूँ।

रमा : जी, सुनिए! शिलांग से भैया का फ़ोन है। आपको याद कर रहे हैं।

सुरेश : नमस्कार भैया! क्या हाल-चाल है! भाभी जी ठीक हैं?

अमरनाथ : मज़े में हैं। इस समय तो वे बगीचे में हैं। पौधों को पानी दे रही हैं।

श्यामला : (आकर) पापा जी किसका फ़ोन है?

सुरेश : तुम्हारे मामा जी बोल रहे हैं। लो, उनसे बात करो।

श्यामला : मामा जी, प्रणाम।

अमरनाथ : जीती रहो बेटी। आजकल संगीत सीख रही हो? कब से?

श्यामला : तीन चार महीने से सीख रही हूँ। हमारे घर के पास गंधर्व कला विद्यालय है न, वहीं से सीख रही हूँ।

अमरनाथ : क्या वहाँ रवींद्र संगीत भी सिखाते हैं?

श्यामला : हाँ मामा जी, वहाँ रवींद्र संगीत सिखाते हैं? मेरी भी इच्छा है। मैं ज़रूर सीखूँगी।

अमरनाथ : तुम्हें मेरी शुभकामनाएँ। अपने पापा को मेरा नमस्ते कहना।



अभ्यास

1. पढ़ो और सुनो

संगीत    भैया    हाल-चाल     याद करना    शुभकामनाएँ

इच्छा     भाभी   ठीक-ठाक     बात करना    जीते रहो

बगीचा   जीजा   प्रणाम       अभ्यास करना  मज़े में हैं

2. पढ़ो और समझो

(क)   पुल्लिंग

मैं     किताब     खेल    रहा हूँ

तुम    काम       कर    रहे हो

वह    फुटबाल    पढ़    रहा है

­­श्याम                        रहे हैं

हम­

आप­

वे

­­पिता जी­

स्त्रीलिंग

मैं     किताब     खेल       रही हूँ

­­तुम­    काम       कर       रहे हो

वह­   खो-खो      पढ़       रही है

गीता­                           रही हैं

हम­

आप

­­वे

­­माता जी­

(ख)

छुट्टी-अवकाश   मज़ा-उमंग    प्रणाम-नमस्कार

इच्छा-चाह      ज़रूर-अवश्य

3. कोष्ठक में दी गई क्रियाओं से वाक्य पूरे करो

रहा हूँ, रहा है, रही है, रहे हैं, रही हैं

1. मैं स्कूल जा .........................................

2. पिता जी बगीचे में टहल .........................................

3. शीला बाज़ार से आ .........................................

4. लड़कियाँ कमरे में पढ़ .........................................

5. लड़के मैदान में क्रिकेट खेल .........................................

4. कोष्ठक में दिए गए शब्दों की सहायता से नमूने के अनुसार वाक्य बदलो

(क) नमूना:

राजन रोज स्कूल जाता है। (अभी)

राजन अभी स्कूल नहीं जा रहा है।

1. वे रोज़ बाज़ार जाते हैं। (आज) .........................................

2. मेरा भाई रोज़ यहाँ आता है। (इस समय) .........................................

3. गीता प्रतिदिन गाना गाती है। (इस समय) .........................................

(ख) नमूना:

मोहन प्रतिदिन दूध पीता है। (चाय)

मोहन इस समय चाय पी रहा है।

1. हम प्रतिदिन कसरत करते हैं। (व्यायाम) .........................................

2. रीता रोज़ रोटी खाती है। (फल) .........................................

3. बाबू जी हमेशा कलम से लिखते हैं। (पेंसिल) .........................................

4. रमेश रोज़ सुबह पार्क में जाता है। (स्कूल) .........................................

5. अरविंद रोज़ शाम को पढ़ाई करता है। (सुबह) .........................................

5. निम्नलिखित शब्दों की सहायता से वाक्य बनाओ

ठीक-ठाक ......................................... अभ्यास करना .........................................

मज़े में ......................................... पानी देना .........................................

बात करना .........................................

6. प्रश्नों के उत्तर दो

1. अमरनाथ कौन हैं?

2. श्यामला क्या कर रही है?

3. राजेश क्या कर रहा है?

4. श्यामला इन दिनों क्या सीख रही है?

5. भाभी जी क्या कर रही हैं?