पाठ से
अपने घर के बरामदे में खड़े होकर छः वर्षीय विश्वेश्वरैया ने क्या देखा?
तुम्हें विश्वेश्वरैया की कौन सी बात सबसे अच्छी लगी? क्यों?
विश्वेश्वरैया के मन में कौन-कौन से सवाल उठते थे?
सवाल
विश्वेश्वरैया अपने मन में उठे सवालों का जवाब अपने अध्यापकों और बड़ों से जानने की कोशिश करते थे। क्या तुम अध्यापकों से पाठ्य पुस्तकों के सवालों के अतिरिक्त भी कुछ सवाल पूछते हो? कुछ सवालों को लिखो जो तुमने अपने अध्यापकों से पूछे हों।
अनुभव और विचार
तुम्हें सर्दी-गर्मी के मौसम में अपने घर के आसपास क्या-क्या दिखाई देता है?
तुमने पाठ में पढ़ा कि एक बूढ़ी महिला ताड़पत्र से बनी छतरी लिए खड़ी थी। पता करो कि ताड़पत्र से और क्या-क्या बनाया जाता है?
विश्वेश्वरैया ने बचपन में रामायण, महाभारत, पंचतंत्र आदि की कहानियाँ सुनी थीं। तुमने पाठ्यपुस्तक के अलावा कौन-कौन सी कहानियाँ सुनी हैं? किसी कहानी के बारे में बाताओ।
तुम्हारे मन में भी अनेक सवाल उठे होंगे जिनके जवाब तुम्हें नहीं मिले। ऐसे ही कुछ सवालों की सूची बनाओ।
तुम्हारे विचार से गरीबी के क्या कारण हैं?
वाक्य बनाओ
नीचे पाठ में से चुनकर कुछ शब्द दिए गए हैं। तुम इनका प्रयोग अपने ढंग के वाक्य बनाने में करो।
क. हरे-भरे
ख. उमड-घुमड़
ग. एक-दूसरे
घ. धीरे-धीरे
ङ. टप-टप
च. फटी-पुरानी
इन वाक्यों को पढ़ो और इन्हें प्रश्वाचक वाक्यों में बदलो
क. ज्ञान असीमित है।
ख. आकाश में अँधेरा छाया हुआ था।
ग. गड्डे और नालियाँ पानी से भर गईं।
घ. उसने एक जल-प्रपात का रूप धारण कर लिया।
ङ. राष्ट्रीयता की चिंगारी जल उठी थी।
च. मैं काफी धन कमा लूँगा।