कविता से
नीचे लिखी पंक्तियाँ पढ़कर उत्तर दो।
“नया संसार बसाएँगे, नया इंसान बनाएँगे।”
तुम्हारे विचार से नया संसार बसाने और नया इंसान
बनाने की ज़रूरत है या नहीं? कारण भी बताओ।
“रोज त्योहार मनाएँगे।”
तुम्हारे विचार से क्या रोज़ त्योहार मनाना उचित है? क्यों?
“सौ सौ स्वर्ग उतर आएँगे, सूरज सोना बरसाएँगे।
दूध पूत के लिए बदल देंगे तारों की चाल”
क्या ऊपर लिखी बातें संभव हो सकती हैं? कारण भी पता करो?
कवि ‘हम धरती के लाल’ ही क्यों कहना चाहते हैं?
वाक्य बनाओ
‘सूख-स्वप्नों के स्वर गूँजेंगे।’
इसमें ‘स’ अक्षर बार-बार आया है।
तुम भी नीचे लिखे वर्णों से वाक्य बनाओ। ध्यान रखो कि उस वर्ण से शुरू होने वाले तीन शब्द तुम्हारे वाक्य में हो।
क) क....................
ख) ख...................
ग) द.....................
शब्द-सज्जा
‘हम नया भूगोल बनाएँगे।’
ऊपर लिखी पंक्ति में ‘भूगोल’ शब्द की जगह और कौन-कौन से शब्द आ सकते हैं? नीचे दिए गए बॉक्स में से छाँटो और कुछ शब्द स्वयं सोचकर लिखो।
संसार, कल्पना, इंसान, पौधा, चेतना, जमाना, दुनिया, इतिहास
नीचे लिखे शब्दों को तुम्हारे घर की भाषा में क्या कहते हैं?
सोचो और बताओ
कवि एक नया संसार बसाना चाहता है जहाँ मानव की मेहनत पूजी जाए, जहाँ जनता में एकता हो, जहाँ सब समान हों, जहां सभी सुखी हों। तुम्हें अपने संसार में ऊपर लिखी बातें नज़र आती हैं या नहीं? इन बातों के होने या न होने का क्या कारण है?
तुम भी अपने संसार के बारे में कल्पनाएँ ज़रूर करते होंगे। अपने सपनों की दुनिया के बारे में बताओ।
कैसे?
बताओ तुम ये काम कैसे करोगे? शिक्षक से भी सहायता लो।
समय को राह दिखाना
जनता को एक करना
तारों की चाल बदल देना
नया भूगोल बनाना
नया इंसान बनाना
यह भी करो
ऐसी ही एक और कविता खोजकर अपनी कॉपी में लिखो। तुम स्यवं भी कविता की रचना कर सकते हो।