‘कोमल गात, मृदुल वसंत, हरे-हरे ये पात’
विशेषण जिस संज्ञा (या सर्वनाम) की विशेषता बताता है, उसे ‘विशेष्य’ कहते हैं।
ऊपर दिए गए वाक्यांशों में ‘गात’, ‘वसंत’ और ‘पात’ शब्द विशेष्य हैं, क्योंकि इनकी विशेषता क्रमशः ‘कोमल’ ‘मृदुल’ और ‘हरे-हरे’, शब्दों से ज्ञात हो रही हैं।
हिंदी विशेषणों के सामान्यतया चार प्रकार माने गए हैं- गुणवाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण और सार्वनामिक विशेषण।