‘मानसरोवर’ से कवि का क्या आशय है?
कवि ने सच्चे प्रेमी की क्या कसौटी बताई हैं?
तीसरे दोहे में कवि ने किस प्रकार के ज्ञान को महत्व दिया है?
इस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता हैं?
अंतिम दो दोहों के माध्यम से कबीर ने किस तरह की संकीर्णताओं की ओर संकेत किया है?
किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके कुल से होती है या उसके कर्मो से ? तर्क सहित उत्तर दीजिये
काव्य सौंदर्य-
हस्ती चढि़ए ज्ञान कौ, सहज दुलीचा डारि।
स्वान रूप संसार है, भूँकन दे झख मारि।
मनुष्य ईश्वर को कहाँ-कहाँ ढूँढ़ता फिरता है?
कबीर ने ईश्वर-प्राप्ति के लिए किन प्रचलित विश्वासों का खंडन किया है?
कबीर ने ईश्वर को ‘सब स्वाँसों की स्वाँस में’ क्यों कहा है?
कबीर ने ज्ञान के आगमन की तुलना सामान्य हवा से न कर आंधी से क्यों की?
ज्ञान की आंधी का भक्त के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) हिति चित्त की द्वै थूँनी गिराँनी, मोह बलिंडा तूटा।
(ख) आँधी पीछै जो जल बूठा, प्रेम हरि जन भींनाँ।
संकलित साखियों और पदों के आधार पर कबीर के धार्मिक और सांप्रदायिक सद्भाव संबंधी विचारों पर प्रकाश डालिए।
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए-
पखापखी, अनत, जोग, जुगति, बैराग, निरपख