निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
छाया भी कब छाया ढ़ूँढ़ने लगती है?
बिहारी की नायिका यह क्यों कहती है ‘कहिहै सबु तेरौ हियौ, मेरे हिय की बात’ – स्पष्ट कीजिए।
सच्चे मन में राम बसते हैं – दोहे के संदर्भानुसार स्पष्ट कीजिए।
गोपियाँ श्रीकृष्ण की बाँसुरी क्यों छिपा लेती हैं?
बिहारी कवि ने सभी की उपस्थिति में भी कैसे बात जा सकती है, इसका वर्णन किस प्रकार किया है? अपने शब्दों में लिखिए।
निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
मनौ नीलमनि-सैल पर आतपु पर~यो प्रभात।
जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ-दाघ निदाघ।
जपमाला, छापैं, तिलक सरै न एकौ कामु।
मन-काँचें नाचै वृथा, साँचै राँचै रामु।।
सतसैया के दोहरे, ज्यों नाविक के तीर ।
देखन में छोटे लगै, घाव करें गंभीर।।
बिहारी कवि के विषय में जानकारी एकत्रित कीजिए और परियोजना पुस्तिका में लगाइए ।