भाव स्वष्ट कीजिए-
सभी दिशाओं में यमराज के आलीशान महल हैं
और वे सभी में एक साथ
अपनी दहकती आंखों सहित विराजते हैं
पहले जमाने और वर्तमान में समाज की सोच में काफी अंतर आ चुका है। लोगों का जीवन भी अब सुरक्षित नहीं है। बदलती सोच से हम उन्नति तो कर रहे हैं लेकिन उसके साथ-साथ हिंसा और लालच भी बढ़ रहा है। जहाँ लोग शिक्षित हो रहे हैं वहीँ दूसरी ओर उनके अंदर घमंड और ईर्ष्या की भावना भी आ रही है। अपने हित के लिए वे दूसरों का अहित कर रहे हैं। ये बुरी आदतें और चीज़ें हर जगह और हर दिशा में यमराज के महल के रूप में फैल रही हैं और उसमें यमराज अपनी दहकती आँखों के साथ सभी दिशाओं में एक साथ विराजमान हैं। एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति का शोषण करने में कोई ग्लानि महसूस नहीं होती है। अब हमारे समाज से एकता और सत्यता का महत्व भी ख़त्म होता जा रहा है| ये सभी बुराईयाँ आज हर एक दिशा में विद्यमान हैं|