सोनजुही के लता के नीचे बनी गुल्लू की समाधि से लेखिका के मन में किस विश्वास का जन्म होता है?

लेखिका द्वारा अपने प्रिय गिल्लू की समाधि सोनजुही की लता के नीचे ही बनवा दी गयी थी। उन्होंने भावावेश में आकर ऐसा किया। ऐसा करने के पीछे उनकी भविष्य में गिल्लू से दुबारा भेंट करने की इच्छा थी। उन्हें गिल्लू से गहरा लगाव था| उनकी यह इच्छा सोनजुही के फूल के रूप में गिल्लू के वापस आने को लेकर उनके विश्वास के रूप में हमारे सामने प्रकट होती है। यह विश्वास लेखिका के मन में इतनी गहरी जड़ जमा चुका था कि वह सोनजुही की लता में खिल आये फूलों में ही गिल्लू खोजने की कोशिश करती रहती थीं|


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