इस पाठ को पढ़ने के बाद किन-किन बाल-सुलभ शरारतों के विषय में पता चलता है?

इस पाठ को पढ़ने के बाद निम्नलिखित बाल-सुलभ शरारतों के बारे में पता चलता है :

बच्चों को चोरी से फल तोड़कर खाने में बहुत मज़ा आता है।


बच्चे वो सारे काम करते हैं जिसमें उनको मजा आता है, चाहे वह काम कितना भी जोखिमपूर्ण क्यों न हो।


बच्चों को पशुओं को परेशान करने में भी बहुत मजा आता है।


कुँए और तालाब आदि में कंकण और पत्थर मारना बच्चों की प्रवृत्ति होती है।


बच्चों को कभी-कभी अपनी शरारतों के कारण बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है।


बच्चे अक्सर छोटे में अपनी शरारतों से आने वाली परेशानियों को मार के डर के कारण अपने परिवार से छुपा ले जाते हैं लेकिन जब वे बड़े हो जाते हैं और उन्हें सही और गलत का फर्क पता चल जाता है तब वे अपने माता-पिता को सब कुछ सच-सच बता देते हैं।


बच्चे स्कूल जाते समय रास्ते में बहुत शरारतें करते हैं।


7