निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए-

इस पेशे में आमतौर पर स्याह को सफ़ेद और सफ़ेद को स्याह करना होता था।

महादेव भाई, गांधीजी से मिलने से पहले वकालत का काम किया करते थे। इस पेशे में वकील को गलत काम को सही और सही काम को गलत सिद्ध करना होता है। ये भी कह सकते हैं कि किसी अपराधी को बेगुनाह और बेगुनाह को अपराधी बताकर उसे जेल भिजवाना वकीलों के पेशे का हिस्सा है। इसमें कोई सच्चाई नहीं होती है। इस वजह से महादेव भाई ने ये काम छोड़ दिया था।


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