निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए-
उन पत्रों को देख-देखकर दिल्ली और शिमला में बैठे वाइसराय लंबी साँस-उसाँस लेते रहते थे।
महादेव देसाई की लेखनी में अच्छी पकड़ थी। वो बेजोड़ कॉलम और टिप्पणियां लिखने में माहिर थे। अपनी लेखनी के दम पर वो विरोधियों को भी परास्त कर दिया करते थे। वो गांधीजी की ओर से पत्र लिखकर भेजते थे। उसे पढ़कर शिमला और दिल्ली में बैठे वाइसराय भी हैरत में पड़ जाते थे।