दूर्वा भाग 3

Book: दूर्वा भाग 3

Chapter: 5. Naatak Mein Naatak

Subject: Hindi - Class 8th

Q. No. 6 of Exercise

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चलो अभिनय करें

कहानी में से चुनकर कुछ संवाद नीचे दिए गए हैं।


उन संवादों को अभिनय के साथ बोलकर दिखाओ।


) चित्रकार महोदय हाथ में कूची पकड़े-आँखें


नचा-नचाकर, मटक-मटककर बोल रहे थे,


अरे चमगादड़, तुझे क्या खाक शायरी करना


आता है। ज़बरदस्ती ही तुझे यह पार्ट दे दिया।


तुने सारा गड़वड़ कर दिया।


) मोहन बोला, “मेरा तो दिल बहुत जोरों से धड़क रहा है।


) राकेश पहुँचते ही एक कुर्सी पर बैठते हुए बोला, “आज मुझे अस्पताल में हाथ पर पट्टी बंधवाने में देर हो गई, तो तुमने इस तरह रिहर्सल की है। ज़ोर-ज़ोर से लड़ने लगे।


) चित्रकार महोदय ने हाथ उठाकर कहा, “देख, मुँह सँभालकर बोल।


छात्र स्वयं हल करें|


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समस्या और समाधान

कहानी में चित्रकार बना मोहन, शायर बना सोहन और संगीतकार बना श्याम अपनी-अपनी कला को महान बताने के साथ एक-दूसरे को छोटा-बड़ा बताने वाले संवादों को बोलकर झगड़े की समस्या को बढावा देते दिख रहे हैं। तुम उन संवादों को गौर से पढ़ो और उसे इस तरह बदलकर दिखाओ कि आपसी झगड़े की समस्या का समाधान हो जाए। चलो शुरुआत हम कर देते हैं; जैसे-‘चित्रकार कहात है उसकी कला महान के बदले अगर चित्रकार कहे कि हम सबकी कला महान तो झगड़े की शायद शुरूआत ही न हो। अब तुम यह बताओ कि-


क) संगीतकार को क्या कहना चाहिए?


ख) शायर को क्या कहना चाहिए?


) तुम यह भी बताओ कि इन सभी कलाकारों को तुम्हारे अनुसार वह संवाद क्यों कहना चाहिए?