कहानी से

शहर की ओर जाते हुए वल्ली ने बस की खिड़की से बाहर क्या-क्या देखा?


अब तो उसकी खिड़की से बाहर देखने की इच्छा भी खत्म हो गई थी।


वल्ली ने शहर की ओर जाते हुए बस की खिड़की से झांककर नहर, ताड़ के वृक्ष,सुदूर पर्वत, नीला आकाश और दूसरी ओर एक गहरी खाई देखी। वल्ली की नजर जहां तक जा रही थी वहां तक हरियाली ही हरियाली थी। प्रकृति का इतना अद्भुत नजारा देखकर उसकी खुशी सातवें आसमान पर पहुंच चुकी थी।


1