एक संवेदनशील युवा नागरिक की हैसियत से विज्ञान का दुरुपयोग रोकने में आपकी क्या भूमिका है?
वर्तमान दौर में एक संवेदनशील युवा नागरिक होने के नाते हमारी यह जिम्मेदारी है कि विज्ञान के दुरूपयोग को रोकने में अपनी भूमिका निभाएँ| हम निम्न प्रकार से यह भूमिका निभा सकते हैं-
(क) प्रदूषण फैलाने वाले एवं उसमें तेजी लाने वाले उत्तरदायी कारकों जैसे- प्लास्टिक, शहरी कूड़ा-कचरा आदि फैलाने वाले संसाधनों का का कम से कम एवं जिम्मेदारी से उपयोग करना| समाज के अन्य लोगों से इस संबंध में बात करके हम वातावरण में फैलने वाले कचरे पर रोक लगा सकते हैं| कचरा हमारे वातावरण के लिए के बहुत ही गंभीर खतरा है| अतः उसके स्त्रोतों पर रोक लगाना आवश्यक है| विज्ञान का रचनात्मक उपयोग कर हम कचरे की समस्या से निपट सकते हैं|
(ख) विज्ञान का उपयोग इंसान की जान बचाने के लिए किया जा सकता है साथ ही उसका उपयोग युद्ध क्षेत्र में खतरनाक हथियार के रूप में एक ही झटके में सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए भी किया जा सकता है| लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विज्ञान का उपयोग मानव के हाथ में है| यह मानव पर निर्भर करेगा कि वह इसका उपयोग जान बचाने में करता है अथवा जान लेने में करता है| अगर इस प्रकार के निर्णय लेने की शक्ति मेरे हाथ में होगी तो मैं विज्ञान का रचनात्मक कार्यों में उपयोग करूँगा|
(ग) विज्ञान के अनेक चिकित्सकीय उपयोग हैं| इसके द्वारा विकसित दवाइयों एवं तकनीकों के माध्यम से अनेक लाइलाज बीमारियों का इलाज संभव हो पाया है लेकिन इसके अनेक दुरूपयोग भी किये जा रहे हैं| जैसे कि- गैर कानूनी लिंग परीक्षण| अतः हमें रचनात्मक कार्यों में विज्ञान का उपयोग करना चाहिए| मैं ऐसी गतिविधियों का कभी भी भागीदार नहीं बनूँगा और इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने हेतु आवश्यक कदम उठाऊंगा|
(ड़) मैं अधिक से अधिक लोगों को इसके रचनातमक उपयोगों के बारे में जागरुक करूँगा कि किस प्रकार विज्ञान के माध्यम से हम कृषि, स्वास्थ्य, चिकित्सा आदि में क्रांति ला सकते हैं| अतः विज्ञान का उपयोग मानव की भलाई के लिए किया जाए तो यह मानव सभ्यता के लिए बेहतर है|