निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-

सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की क्या भूमिका थी?

सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण थी। भारी पुलिस व्यवस्था के बावजूद स्त्रियों के दल अनेक जगहों से जुलूस बनाकर सभास्थल की और बढ़ रहे थे| मारवाड़ी बालिका विद्यालय में झंडोत्सव मनाया गया जिसमें जानकी देवी और मदासला बज़ाज जैसी स्त्रियों ने भी भाग लिया। मोनुमेंट पर भी बड़ी संख्या में स्त्रियों ने निडर होकर झंडा फहराया। सरकारी कानून का उल्लंघन कर लगभग 105 स्त्रियों ने अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने जुलूस में भाग लेने वाली स्त्रियों पर भी दमन किया| इन सबके बावजूद भी स्त्रियाँ लाल बाज़ार तक आगे बढ़ती रही।


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