टोपी ने इफ्फ़न से दादी बदलने की बात क्यो कही?
टोपी की दादी का स्वभाव अच्छा न था। वह हमेशा टोपी को डॉटती-फटकारती थीं व कभी भी उससे प्यार से बात न करती थीं। वह टोपी के विरोधी की झूठी बात पर भी विश्वास कर लेती थी। जिस कारण वह उसे पीटती भी थी तथा वह टोपी की भावनाओं को विल्कुल नही समझती थी। टोपी की दादी परंपराओं से बँधे होने के कारण कट्टर हिंदू थीं। वे टोपी को इफ्फ़न के घर जाने से रोकती थीं। दूसरी ओर इफ्फ़न की दादी टोपी से बहुत प्यार करती थी। वे बहुत नरम स्वभाव की थीं जो बच्चों पर क्रोध करना नहीं जानती थीं। टोपी के आने पर उनका अकेलापन दूर हो जाता था और दादी से प्यार पाकर टोपी को भी बहुत अच्छा लगता था| उनकी बोली भी टोपी को अच्छी लगती थी। वह भी इफ्फ़न की दादी के पास बैठकर अपनापन महसूस करता था। इसी स्नेह के कारण टोपी इफ्फन से अपनी दादी बदलने की बात करता था। इस प्रकार अपनी दादी से घृणा तथा इफ्फ़न की दादी से प्यार करने के कारण उसने इफ्फ़न से दादी बदलने की बात कही।