सुमति के यजमान और अन्य परिचित लोग लगभग हर गाँव में मिले। इस आधार पर आप सुमति के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं का चित्रण कर सकते हैं?
लेखक यात्रा के लिए सुमति के साथ गया था। सुमति के परिचित लोग लगभग हर गाँव में थे| इससे सुमति के व्यक्तित्व की अनेक विशेषताएँ प्रकट होती हैं, जैसे-
(1) सुमति मिलनसार एवं हँसमुख व्यक्ति है जो लोगों से समय-समय पर मिलते रहते हैं।
(2) सुमति उन लोगों के बीच धर्मगुरु के समान हैं, जो उन्हें बोधगया से लाए कपड़े से बने गंडे दिया करते हैं।
(3) सुमति समय के पाबंद हैं। लेखक जब रास्ता भूल जाते हैं और उन्हें सुमति तक पहुंचने में समय लग जाता है। इस बात से सुमति काफी नाराज होते हैं।
(4) सुमति स्वार्थी भी लगे। बोधगया से लाए कपड़े से बने गंडे समाप्त हो जाने पर वे यजमानों को साधारण कपड़े का बना गंडा देकर धन प्राप्त करते थे।
(5) सुमति बौद्ध धर्म में आस्था तथा तिब्बत का अच्छा भौगोलिक ज्ञान रखते थे और इसी करना लेखक ने उनके साथ तिब्बत की यात्रा की|
(6) वे आतिथ्य सत्कार में कुशल हैं। उन्होंने लेखक का इंतजार करते हुए चाय को तीन बार गर्म किया।