पाठ में आए मुहावरे छांटिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए?
(1) बहुत गहराई में होना- गंभीर स्थिति- अरे यार! अभी मामला बहुत गहराई में है।
(2) कुर्बान होना- प्रभावित होना- मैं उसकी हँसी पर कुर्बान हो गया।
(3) अटक जाना- एक स्थान पर स्थिर हो जाना- एक स्थान पर मत अटको।
(4) न्यौछाबर होना- समर्पित करना- वीर शहीदों ने अपना जीवन देश पर न्योछावर कर दिया।
(5) हौसले पस्त करना- बुरी तरह से पराजित करना- बहादुर सैनिकों ने युद्ध के मैदान में विरोधियों के हौसले पस्त कर दिये।
(6) पहाड़ फोड़ना- मुश्किल काम कर डालना- उसने तो केस जीत कर पहाड़ फोड़ दिया।
(7) कुएं के तल में होना- दुरूह होना- शिव तो कुएं के तल में होने पर भी बस्तु को खोज ही लायेगा।
(8) ठोकर मारना- ठुकरा देना- विष्णु ने अच्छी खासी नौकरी को ठोकर मार दी।
(9) रो पड़ना- ब्रह्मा की स्थिति देखकर राम रो पड़ा।
(10) पछतावा होना- गलती समझना- महेश को हराकर रमेश को पछतावा हुआ।
(11) बचकर निकलना- छिपकर निकलना- बच्चू! यहां से बचकर निकलना आसान नहीं है।
(12) हतोत्साहित करना- उत्साह घटाना- कर्ण को अधिकांश लोगों ने हतोत्साहित ही किया।