नीचे दिए गए वाक्यों को पढि़ए-
(क) श्याम का बड़ा भाई रमेश कल दाया था। (संज्ञा पदबंध)
(ख) सुनीता परिश्रमी और होशियार लड़की है। (विशेषण पदबंध)
(ग) अरूणिमा धीरे-धीरे चलते हुए वहाँ जा पहुँची। (क्रियाविशेषण पदबंध)
(घ) आयुष सुरभि का चुटकुला सुनकर हँसता रहा। (क्रिया पदबंध)
ऊपर दिए गए वाक्य (क) में रेखांकित अंश में कई तद हैं जो एक तद संज्ञा का काम कर रहे हैं।
वाक्य (ख) में तीन पद मिलकर विशेषण पद का काम कर रहे हैं।
वाक्य (ग) और (घ) में कई पद मिलकर क्रमशः क्रियाविशेषण और क्रिया का काम कर रहे हैं।
ध्वनियों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं और वाक्य में प्रयुक्त शब्द ‘पद’ कहलाता है| जैसे-‘पेड़ो पर पक्षी चहचहा रहे थे। वाक्य में ‘पेड़ों’ शब्द पद है क्योंकि इसमें अनेक व्याकरिणक बिंदू जुड़ जाते हैं। कई पदों के योग से बने वाक्यांश को जो एक ही पद का काम करता है, पदबंध कहते हैं। पदबंध वाक्य का एक अंश होता है।
पदबंध मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं-
• संज्ञा पदबंध
• क्रिया पदबंध
• विशेषण पदबंध
• क्रियाविशेषण पदबंध
वाक्यों के रेखांकित पदबंधो का प्रकार बताइए-
(क) उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था।
(ख) तताँरा को मानों कुछ होश आया।
(ग) वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता।
(घ) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
(ड-) उसकी व्याकुल आँखे वामीरो को ढूँढ़ने में व्यस्त थीं।